Beauty Tips : ठण्ड के मौसम में त्वचा की देखभाल
मौसम के साथ-साथ त्वचा में बदलाव आता है इसलिए गरमी, बरसात, और ठण्ड के मौसम के अनुरुप अलग-अलग तरीके से त्वचा की देखभाल करने की आवश्यकता होती है। ठण्ड के मौसम में त्वचा रूखी-रूखी सी होने लगती है। उम्र बढ़ने के साथ-साथ त्वचा में भी शुष्कता आती जाती है। अधिक उम्र वालों की त्वचा में अधिक शुष्कता आ जाने की वजह से उन्हें अपनी त्वचा पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है। आजकल गलत लाइफ स्टाइल की वजह से युवक-युवतियों की भी त्वचा शुष्क एवं खिंची-खिंची सी रहने लगी है। उन्हें भी अपनी त्वचा पर ध्यान देने की आवश्यकता होती है।
ठंड के मौसम में होने वाली समस्या
- ठंड के मौसम में सबसे अध्कि समस्या यह देखने में आती है कि लोगों के चेहरे, होंठ, हाथ-पैर आदि की त्वचा में सिकुड़न, खरोंच आदि आ जाती है। किसी-किसी के हाथ-पैर की त्वचा फट भी जाती है।
- कभी-कभी खुजली भी होने लगती है, जो बड़ा ही दुःखदायी रूप धारण कर लेती है।
- नमी की कमी के कारण त्वचा इतनी अधिक शुष्क हो जाती है, कि एक्जि़्ामा जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है।
ठण्ड के मौसम में वातावरण की नमी और सर्द हवाएं त्वचा को हानि पहुंचाती हैं। सर्द हवाओं के प्रभाव से त्वचा शुष्क हो जाती है और फटने लगती हैं।
चेहरा बुझा-बुझा और बेजान सा लगता है। बालों में रुसी की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
त्वचा पर खुजली, स्क्रेच, दानें आदि की समस्या दिखाई देने लगती है ।
सौंदर्य की देखभाल के लिए उपाय
ठण्ड के मौसम में सौंदर्य को बनाएं रखने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है।
- ठंड के मौसम में त्वचा की सफाई का ध्यान रखें। ठीक से सफाई न होने पर त्वचा के रोमछिद्र बंद हो जाती हैं जिससे त्वचा सांस नहीं ले पाती और कांतिहीन हो जाती है।
- ठंड के मौसम में सिंथेटिक कपड़े पहनने से त्वचा में जलन या खुजली होती है तो आप सिंथेटिक कपड़ो की बजाएं सूती कपड़े पहनें।
- ठंड के दिनों मंे त्वचा को शुष्कता से बचाने के लिये अपने खानपान पर भी ध्यान देना चाहिए। ऐसा भोजन करना चाहिये, जिससे आप गर्मी का अनुभव करें।
- बहुत अधिक वसायुक्त आहार का सेवन करने से बचना चाहिए। इस तरह के भोजन में विटामिन, मिनरल्स व अन्य पोषक तत्व की मात्रा नहीं होती है जिससे त्वचा कांतिहीन और बेरौनक हो जाती है। अतः ऐसे भोजन से परहेज करना चाहिए।
- त्वचा के निखार के लिये विटामिन ‘ए’ की पर्याप्त मात्रा आवश्यक होती है। विटामिन ‘ए’ के लिए हरी सब्जी, गाजर, अंडा-मांस, दूध, चीज़्ा, दूध से बने पदार्थ, लीवर आदि का भरपूर सेवन करें।
- ठंड के मौसम में साबुन का इस्तेमाल कम करना चाहिए, क्योंकि साबुन त्वचा की शुष्कता को अधिक बढ़ा देता है। साबुन से त्वचा को धोने से त्वचा की सतह से प्राकृतिक तैलीयता नष्ट हो जाती है, जिससे त्वचा की नमी का वाष्पीकरण तेजी से होने लगता है, और त्वचा शुष्क हो जाती है।
- अधिक गरम पानी से स्नान न करें। गर्म पानी भी त्वचा को नुकसान पहुंचाती है। गर्म पानी त्वचा के प्राकृतिक तेल को खत्म कर देती है जिससे त्वचा कांतिहीन और शुष्क हो जाती है।
- स्नान करते समय पानी में कुछ बूंदें बेबी आॅयल, ओलिव आॅयल अथवा बाॅडी आॅयल भी मिला लें। इससे त्वचा की कोमलता बनी रहेगी।
- ठण्ड के मौसम में स्टीम बाॅथ लेना त्वचा के लिए काफी लाभदायक होता है। इससे त्वचा की शुष्कता दूर होती है।
- ठण्ड के मौसम में शरीर पर जैतून का तेल, नारियल का तेल या सरसों के तेल से शरीर की मालिश करें। इसस त्वचा कोमल व मुलायम बनी रहती है।
- बाहर से घर लौटने पर हाथ, पैर और चेहरा धोने के बाद उन पर हैंड एंड बाॅडी लोशन जरूर लगाएं ताकि त्वचा मुलायम बनी रहे।
- त्वचा पर कोकबटर, मिल्क क्रीम, मक्खन, कोल्ड क्रीम, मलाई या माइश्चराइज़्ार आदि से मालिश करें।
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