
Beauty Tips ड्राई आईज़ यानी सूखी आंखें
कम्प्यूटर पर काम करते वक्त लोग लंबे समय तक स्क्रीन पर एकटक देखते रहते हैं जिसकी वजह से उनकी आंखों में कई तरह की समस्या उत्पन्न हो जाती है. स्क्रीन पर देखते वक्त लोग सामान्य की तुलना में सिर्फ एक तिहाई बार पलकों को झपकते हैं जिस कारण, आंखों की थकान, नज़र का धुंधलापन, शारीरिक थकावट, सिरदर्द जैसी समस्यायें उत्पन्न हो जाती है. आंखों को राहत पहुंचाने के लिए नीचे लिखें टिप्स पर ध्यान दें.
आंखें हमेशा नम बनी रहे इसके लिए आंखों पर आंसुओं की एक झीनी-पर्त हमेशा चढ़ी रहती है. कंप्यूटर पर लगातार काम करना, अधिक देर तक टीवी या फिल्म देखना, लगातार शूटिंग करना, लंबे समय तक कांटेक्ट लैंस का उपयोग करना आदि कारणों से आखों की ऊपरी परत सूख जाती है, जिसकी वजह से आंसुओं का सही वितरण नहीं होता है और आंखें ड्राई हो जाती है.
इनके अलावा बढ़ती उम्र में आंसू उत्पादन ग्रंथि (लैक्रिमल ग्लैंड) का कमजोर होना, हार्मोन की गड़बड़ी, गर्म या ठंड हवा के झोंके, प्रदूषण, एयर कंडीशनर, धूम्रपान, मोनोपाॅज, अधिक हवाई यात्राएं आदि कारणों से भी आंखें ड्राई होने लगती है.
एलोपैथिक दवाओं के साइड इफेक्टस, मन हमेशा उदास रहना, विटामिन-ए की कमी, एलर्जी या मूत्र बढ़ाने वाली दवा का सेवन करना, गर्दन या सिर पर रेडिएशन थेरेपी, आंखों का लेस्कि या पी.आर. सर्जरी होना, आंखों पर सीधे चोट लगना, सदमा लगना, भावनात्मक चोट लगना, दिल को कोई बात चुभ जाना, अर्थराइटिस, थायराॅइड की समस्या आदि की वजह से भी आंखें ड्राई हो जाती है.
ड्राई आईज के लक्षण
- चीजों पर सफेद पर्त चढ़ी दिखायी देना.
- आंखों में किरकिरी लगना.
- आंखें खुजलाना.
- आंखें लाल होना.
- तेज रोशनी में आंखें बंद होना.
- आंखों के किनारे म्यूकस जमा होना.
डाक्टरों का कहना है ड्राई आखांे को इलाज द्वारा पूरी तरह से दूर करना मुश्किल है. आंखों को ड्राई होने से बचाना चाहते है तो इसके बचाव के लिए हर संभव कोशिश करें. डाक्टर आर्टिफिसिरियर ड्राप आंखों में डालने तथा आंखों के पलक झपकाने का व्यायाम करने की सलाह देते हैं.
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बचाव के उपाय
- कंप्यूटर पर एक घंटा काम करने के बाद 10 मिनट के लिए आंखों को आराम दें.
- आंखों पर ठंडे पानी के छींटे मारे. इससे आंखों की कोशिकाओं में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ेगा और आंखों को आराम मिलेगा.
- पलक को बंद कर हथेलियों से आंखों को दबायें.
- आंखों को बंद कर नेत्र गोलकों को पहले क्लाॅक वाइज 10 बार घुमाएं. फिर एंटी क्लाॅक वाइज घुमाएं.
- आंखो पर ठंडे पानी का पैड रखें. इससे थकी आंखो को जल्दी राह मिलती है.
- सीधे लेट कर आंखों पर ककड़ी या खीरे के गोल स्लाइज आंखो पर रखें. आंखों को काफी राहत पहुंचाते हैं.
- जब आप कंप्यूटर पर काम न करंे उस वक्त आंखों को ज्यादा और जल्दी-जल्दी झपकायें.
- आंखो में आर्टिफिसियल टीयर्स ड्राप डाल कर आंखों में आंसू लायें.
- कंप्यूटर और आंखों के बीच 15-20 इंच की दूरी होनी चाहिए.
- कमरे में न अधिक रोशनी होनी चाहिए न ही कम रोशनी होनी चाहिए.
- इस बात का ध्यान रखें. खिड़की या दरवाजें से बाहरी रोशनी सीधे कंप्यूटर पर पड़ कर रिफ्लेक्ट नहीं होनी चाहिए.
- कमरे में ताजी हवा का आना जाना जरूरी है जिससे कमरे का तापमान बराबर रहता है.
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आंखों के लिए व्यायाम
- दिनभर में चार-पांच बार आंखों को तीन मिनट के लिए हथेली से ढ़ाके. इसे पार्मिग कहते हैं.
- आंखों को बार-बार झपकायें. कम से कम हर दस सेकंेड में पलकें झपकनी चाहिए.
- बनावटी रोना रोएं. यह आंखों के लेक्रिमल ग्लैंड को सक्रिय करती हैं.
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