ग्रीन हाउस लगवाने पर सरकार दे रही है 50 प्रतिशत अनुदान
किसान भाईयों को यह जानकर खुशी होगी कि ग्रीन हाउस लगवाने के लिए सरकार 50 प्रतिशत अनुदान दे रही है. ग्रीन हाउस जिसे पॉलीहाउस भी कहां जाता है.

ग्रीन हाउस में मृदा जनित फफूंद और फसलों पर होने वाले अन्य रोगों का प्रकोप भी कम हो जाता है.
ग्रीन हाउस में कार्बन डाई ऑक्साइड की मात्रा खुले वातावरण की तुलना में कहीं अधिक होती है, जिससे पौधों में ग्रोथ तेजी से होता है और फसल की पैदावार भी बढ़ जाती है.
जो किसान भाई फल और फूलों की खेती करते है और कम समय में अच्छी पैदावार चाहते है उनके लिए ग्रीन हाउस में खेती करना एक अच्छा आॅप्शन है.
ग्रीन हाउस में फल और फूल ही नहीं सब्जियों की भी खेती की जा रही है. सबसे अच्छी बात तो यह है कि ग्रीन हाउस में एक साथ कई फसलों की खेती की जा सकती है.
ग्रीनहाउस में खेती के लिए ढांचाकृत वातावरण अधिक फायदेमंद होता है.
इसमें खुले खेत में उगाई जाने वाली फसलों की तुलना में पैदावार जल्दी और उत्पादन अधिक होता है.
फसल में रोग व कीटाणुओं का प्रकोप भी कम होता है.
ग्रीन हाउस की मदद से किसान भाई चाहे तो दूसरे मौसम के फल,.. फूल और सब्जियां भी उगा सकते है और साल भर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.

ग्रीनहाउस में सब्जियों की खेती को बढ़ावा देने के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान ने कई सब्जियों की उन्नत किस्में विकसित की हैं, जो ग्रीन हाउस में आसानी से उगाई जा सकती हैं.
इसके अलावा सरकार किसानों को ग्रीन हाउस लगवाने में मदद भी कर रही है.
ग्रीनहाउस लगवाने में आने वाले खर्चे का आधा हिस्सा यानी 50 प्रतिशत सरकार अपनी ओर से दे रही है. ग्रीनहाउस लगवाने के लिए सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडि का लाभ लेना चाहते है तो जिला उद्यान
अधिकारी कार्यालय पर अपना आवेदन जमा करा सकते हैं. 1000 वर्ग मीटर का ग्रीन हाउस लगवाने की लागत 8.5 लाख रूपए से लेकर 9 लाख रुपए तक आती है, ग्रीनहाउस लगाने में आने वाले खर्चे का 50 फीसदी तक का अनुदान सरकार दे रही है.
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